महर्षि वाल्मीकि व श्री रामायण जी की निकली भव्य शोभा यात्रा

वाल्मीकि समाज, नगर के लोग व संघ के स्वयंसेवकों ने उत्साहपूर्वक किया नगर भ्रमण

सिंगरौली (मध्य प्रदेश)।
भारतीय सनातन धर्म के पावन ग्रंथ श्री रामायण के रचयिता महर्षि वाल्मीकि जी की जयंती एवं शरद पूर्णिमा से ऊर्जा नगरी सिंगरौली में आयोजित किये ग‌ए विविध कार्यक्रमों की श्रृंखला में सोमवार को 24 घंटे के अखंड रामायण पाठ की पूर्णाहूति के पश्चात वाल्मीकी समाज एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ उप नगर मोरवा के स्वयंसेवकों ने सुसज्जित रथ पर महर्षि वाल्मीकि जी की भव्य शोभा यात्रा गाजे बाजे के साथ निकाली।

दिव्य एवं भव्य रही शोभा यात्रा

यह शोभा यात्रा नगर के विभिन्न मार्गों से होकर वाल्मीकि नगर में संपन्न हुई, तत्पश्चात यहाँ विशाल भंडारा महाप्रसाद का आयोजन किया गया। वाल्मीकि नगर वार्ड क्रमांक 5 स्थिति महर्षि वाल्मीकि मन्दिर के प्रांगण से यह शोभा यात्रा दोपहर में लगभग 1 बजे प्रारंभ होकर एनसीएल की एलसीएच कालोनी, आजाद चौक होते हुए बस स्टैंड पहुंची। यहाँ से सर्किट हाउस रोड से मेन मार्केट, न्यू मार्केट होती हुई गायत्री मन्दिर रोड पहुंची। यहाँ से एलआईजी कॉलोनी होते पं. दीनदयाल उपाध्याय चौक, गुरुद्वारा व कन्या विद्यालय मार्ग से एनसीएल कालोनी, अंबेडकर नगर से होकर पुनः वाल्मीकि मन्दिर पहुंचकर संपन्न हुई। वहीं सायं 5 बजे से झिंगुरदा में भी वाल्मीकि समाज द्वारा शोभा यात्रा निकाली गई।

इनकी रही महत्वपूर्ण भूमिका

वाल्मीकि समाज द्वारा नगर निगम के वार्ड क्रमांक 5, महर्षि वाल्मीकि नगर में स्थापित एकमात्र वाल्मीकि मंदिर में रविवार को विधिपूर्वक पूजन प्रारंभ किया गया था। रविवार को अखंड रामायण पाठ भी प्रारंभ कराया गया जिसकी पूर्णाहुति सोमवार को हुई। यात्रा समापन पर मंदिर परिसर में भव्य भंडारे का आयोजन किया गया। इन आयोजनों को सफल बनाने में समिति के सर्वश्री लखमी चन्द, महेश कुमार, नहोरा वाल्मीकि, अजय कुमार, संजय कुमार, रवि बाल्मीकी, नितिन, ओमी, विजय वाल्मीकी, रामजी लाल बाल्मीकी, सियानन्द वाल्मीकि की महत्वपूर्ण भूमिका रही। रविवार को वाल्मीकि मंदिर प्रांगण में संघ के विभाग समरसता प्रमुख कृष्ण कुमार जायसवाल मास्टर साहब

वाल्मीकि समाज के युवा कार्यकर्ता
नर नारी व बच्चों ने भी उत्साहपूर्वक लिया भाग

के मार्गदर्शन में समरसता भोज का आयोजन किया गया था। सोमवार को निकली शोभा यात्रा में संघ के स्वयंसेवकों का अनुकरणीय योगदान रहा।

Rohit Gupta

A journalist, writer, thinker, poet and social worker.

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