रुपये लेते बिलौंजी तेलियान हलका पटवारी का वीडियो वायरल

कलेक्टर ने एडीएम को सौंपा जांच का दायित्व

सिंगरौली।
बिलौंजी तेलियान बस्ती, यह जिला मुख्यालय का हिस्सा है। इस हलका के पटवारी को 10 हजार रुपये रिश्वत की रकम लेने के आरोप के साथ एक वीडियो गत दिनों से सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। बताया जाता है कि उक्त पटवारी का ऐसा कारनामा पहली बार सामने नहीं आया है, इसके पहले भी माजन पटवारी रहते हुए ये लगातार चर्चाओं में आते रहे। वहीं जब मामला कलेक्टर राजीव रंजन मीना के संज्ञान में आया तो उन्होंने अपर कलेक्टर डीपी बर्मन को मामले की जांच के निर्देश दिये हैं।

क्या है इस मामले में

जिला मुख्यालय क्षेत्र के बिलौंजी तेलियान बस्ती के हलका पटवारी बिपिन कुमार त्रिपाठी का जमीन नापी को लेकर 10 हजार रुपये बतौर रिश्वत लिये जाने से संबंधित वीडियो वायरल हो रहा है। सोशल मीडिया पर लोग जमकर पटवारी के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं। वहीं सूत्र बताते हैं कि पटवारी का यह कारनामा पहली बार सामने नहीं आया है। इसके पहले भी माजन क्षेत्र के पटवारी रहते हुए वे काफी चर्चाओं में थे। लगातार इनकी कार्यप्रणाली को लेकर सवाल उठते रहे हैं। लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों के द्वारा कार्रवाई न किये जाने से इनका मनोबल दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। यही कारण है कि एक बार फिर अपने कारनामों के कारण ये सुर्खियों में हैं। वहीं अब कलेक्टर ने मामले की जांच कराये जाने के आदेश एडीएम डीपी वर्मन को दिये हैं।

पटवारी का कहना

उक्त मामले के संबंध में हलका पटवारी बिपिन त्रिपाठी ने बताया कि साहू परिवार के द्वारा बिहार प्रांत निवासी किसी शर्मा को जमीन दी गयी थी जिसका कुछ पैसा बकाया था। जमीन क्रेता भूमि में कुछ कार्य कराने के लिए आया था। लेकिन उसे खरीदी हुई जमीन समझ में नहीं आ रही थी। सो वह विक्रेता के पास गया और अपनी जमीन दिखाये जाने की बात कही। तब विक्रेता ने अपने बकाया रुपयों की मांग की जिससे दोनों के बीच वाद-विवाद भी हुआ। दोनों पक्षों ने हमसे सहायता मांगी और मैं दोनों पक्षों के विवादों को दूर करने का प्रयास कर रहा था। जहां क्रेता के द्वारा हमेें विक्रेता की बकाया रकम दी जा रही थी। इसी दौरान किसी ने वीडियो बना लिया। यह घटना लगभग 7 महीने पहले का है जिसका वीडियो अब वायरल किया जा रहा है। पूरा मामला फरवरी मार्च का है।

क्या हो जाएगी लीपा पोती

आम जनमानस में राजस्व विभाग को लेकर तरह तरह की चर्चाएं चल रही हैं। लोगों का कहना है कि शहरी से लेकर ग्रामीण हलकों के रहवासी राजस्व विभाग में व्याप्त कदाचार से किसी न किसी रूप में पीड़ित और भुक्तभोगी हैं। सिंगरौली के शहरी हलकों के पटवारी तो छोटे छोटे कामों के सत्यापन के लिए बिना सुविधा शुल्क के बात भी नहीं करते। शासन के मंशानुरूप जनता का काम करना तो बहुत दूर की बात है। ऐसे में जब ये पटवारी स्वयं को किसी न किसी बड़े सत्ताधारी नेता का स्वयं को खास बताते हैं, तब आम जनता को इस दिशा में ठोस कार्यवाही के स्थान पर लीपापोती का अंदेशा अधिक है।

इनका कहना है

वीडियो संज्ञान में आया है। एडीएम को हमने जांच की जिम्मेदारी सौंपी है। वायरल वीडियो यदि सही पाया जाता है तो निश्चित रूप से पटवारी के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जायेगी।
राजीव रंजन मीना
कलेक्टर, जिला सिंगरौली

Rohit Gupta

A journalist, writer, thinker, poet and social worker.

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