हिंडालको महान में मंचित राम लीला देख भावुक हुए दर्शक
कंपनी के अधिकारी-कर्मचारी कर रहे हैं राम लीला में अभिनय

सिंगरौली, मध्यप्रदेश। शारदीय नवरात्रि मे हिंडालको महान की राम लीला चरम पर है। इस नवरात्रि में हिंडालको महान एल्यूमिनियम परिसर में यूनिट हेड रतन सोमानी एवं उनकी धर्मपत्नी, सीपीपी प्रमुख रामलीला परिषद महान के अध्यक्ष सीएस सिंह, स्मेल्टर हेड सेंथिल नाथ, वित्त एवं लेखा प्रमुख सुशांत नायक, एचआर हेड बिश्वनाथ मुखर्जी के मार्गदर्शन में मंचित यहाँ की रामलीला इसलिये भी अद्भुत है कि इस लीला में कंपनी में ही कार्यरत अधिकारी-कर्मचारी एवं उनके परिवार के सदस्य अपने अभिनय कौशल का उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रहे हैं।
प्रभावी अभिनय से भर आए दर्शकों के नेत्र
दर्शक दीर्घा में बैठे लोग अनेक मार्मिक प्रसंगों जैसे- राम वन गमन, दशरथ विलाप व राम-भरत मिलाप के भावपूर्ण मंचन से भावुक हो गए और वे अपने नेत्रों से अश्रु के प्रवाह को नहीं रोक सके। वहीं मंथरा-कैकेयी संवाद, दशरथ-कैकेई संवाद, राम वनगमन, राम केवट संवाद, चित्रकूट में राम भरत मिलाप, पंचवटी में सुर्पणखा नासिका छेदन, सीता हरण व जटायु द्वारा रावण से युद्ध तक की कथा का विस्तार से मंचन किया गया। राम केवट संवाद में निश्छल भक्ति का दृश्य देख दर्शक भाव विभोर हो गए।
मंच सज्जा में तकनीक का हुआ प्रयोग
रामलीला के मंच सज्जा निदेशक एसडी पाठक द्वारा मंच को प्रत्येक दृश्य के अनुरूप उत्तम कोटि की अभियांत्रिकी का प्रयोग किया गया और प्रसंगों को जीवंत कर दिया गया। नाव से प्रभु श्री राम का गंगा पार करना अथवा पुष्पक विमान से रावण द्वारा सीता माता के हरण के दृश्यों ने दर्शकों को अभिभूत कर दिया।
नृत्य नाटिका द्वारा प्रस्तुत हुआ सीता हरण का प्रसंग
सीता हरण के प्रसंग को बड़े ही मनोहारी ढंग से नृत्य नाटिका के द्वारा प्रदर्शित किया गया। दर्शकों को प्रत्येक पल यही लगा कि वे किसी बड़े थियेटर में प्रोफेशनल रंग कर्मियों के द्वारा दी गई प्रस्तुति को देख रहे हैं। राम लीला परिषद महान के अधिकारियों, कर्मचारियों व बाल कलाकारों ने अपने लगन, मेहनत व श्रद्धा से लीला के क्षेत्र में नया आयाम स्थापित कर दिया है।